दर्द भरी शायरी – Painful Shayari in Hindi

Painful Shayari in Hindi – दोस्तों ! इस ब्लॉग पर मैनें जिन्दगी की अनेक सुखद पहलुओं को Status के तौर पर प्रस्तुत किया है या यूँ कहें कि जीवन के कई रंगों को अपने शब्दों में पिरोया है। लेकिन यह पहला प्रकाशित कॉलम है, जिसमें किसी के हाल-ए-दिल की ख़ुशी को नहीं बल्कि दर्द-ए-हाल के उस जज्बात एवं उस एहसास को शायरी में पिरोने जा रही हूँ जिन्हें साधारण सा अल्फाज़ नहीं कह पाता; पर नम आँखें सब कह जाती हैं।
शायरी शौक नहीं, और नाही कारोबार मेरा,
बस दर्द जब सह नहीं पाता, तो लिख लेता हूँ…
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एक वो पगली है जो मुझे समझती नहीं,
और यहा सब मेरी शायरी को पढ़ पढ़ के दीवाने होते जा रहे है…
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मैं हँसता हूँ तो बस अपने गम छिपाने के लिए,
और लोग देख के कहते हैं काश हम भी इसके जैसे होते…
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“कर लेता हूँ बर्दाश्त हर दर्द इसी आस के साथ
की खुदा नूर भी बरसाता है आज़माइशों के बाद”
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फिर पलकों पर ठहर गइ नमी,
दिल ने कहा बस “ऐक तेरी कमी”..!!
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मुझे तू इस क़दर अपने क़रीब लगता है,
तुझे अलग से जो सोचूँ, तो अजीब लगता है..!!!
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गुलाब, ख्वाब, ज़हर, जाम क्या-क्या है ?
मैं आ गया हूँ बता इन्तज़ाम क्या-क्या है ?
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तुम भी कर के देख लो मोहब्बत किसी से;
जान जाओगे कि हम मुस्कुराना क्यों भूल गए।
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एक मैं हूँ, किया ना कभी सवाल कोई
एक तुम हो, जिसका कोई जवाब नहीं…
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“ग़मों को आबरू अपनी ख़ुशी को गम समझते हैं,
जिन्हें कोई नहीं समझा उन्हें बस हम समझते हैं.
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शाम तक सुबह की नज़रों से उतर जाते हैं,
इतने समझौतों पे जीते हैं कि मर जाते हैं…
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कहाँ तक आँख रोएगी कहाँ तक किसका ग़म होगा,
मेरे जैसा यहाँ कोई न कोई रोज़ कम होगा…
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तेरी वफाओं का समन्दर किसी और के लिए होगा,
हम तो तेरे साहिल से रोज प्यासे ही गुजर जाते हैं !!
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दिल की कीमत तो मुहब्बत के सिवा कुछ ना थी,
जितने भी मिले सूरत के खरीद्दार मिले…
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तमन्ना है कि कोई हमारी शख्सियत से भी प्यार करे,
वरना हैसियत से प्यार तो तवायफ भी करती है….
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आज उदासी ने भी हाथ जोड़कर कहा मुझसे,
तुझे तेरे प्यार का वास्ता, मेरा आसियाना छोड…
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एक पल में ले गयी मेरे सारे गम खरीद कर,
कितनी अमीर होती है ये बोतल शराब की…
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मैं तो पहले भी था महफ़िल में, मैं तो अब भी हूँ महफ़िल में,
फ़र्क सिर्फ़ इतना है कि, पहले तुम थी, अब ये शराब है महफ़िल में…
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माना के किस्मत पे मेरा कोई ज़ोर नही,
पर ये सच है के मोहब्बत मेरी कमज़ोर नही…
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उस के दिल मे, उसकी यादो मे कोई और है लेकिन,
मेरी हर साँस में उसके सिवा कोई और नही..
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इतनी ठोकरे देने के लिए शुक्रिया, ए-ज़िन्दगी,
चलने का न सही सम्भलने का हुनर तो आ गया…
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ज़िंदगी मे सच्चे लोगो की तलाश करना छोड़ दिया हमने,
लोग तो सिर्फ़ वक़्त बिताने और दिल जलाने के लिए ही मिलते है…
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मिल ही जाएगा हम को भी कोई ना कोई टूट के चाहने वाला,
अब शहर का शहर तो बेवफा नही होता….
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बेचैनी जब भी बढ़ती है धुंए में उड़ा देता हूँ ,
और लोग कहते हैं मैं सिगरेट बहुत पीता हूँ !
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मैं क्या जानूँ दर्द की कीमत ?
मेरे अपने मुझे मुफ्त में देते हैं !
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दो चार नहीं मुझे सिर्फ एक ही दिखा दो दोस्त,
वो शख्स जो अन्दर से भी बाहर की तरह हो।
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यहाँ सब खामोश है कोई आवाज़ नहीं करता,
सच बोलकर कोई किसी को नाराज़ नहीं करता….
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ज़िन्दगी रही तो कल फिर होगी महफ़िल में गुफ्तगू दोस्तों,
अगर इस रात ही चल बसे तो अपना सलाम आखरी है..!!
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कुछ ऐसे हादसे भी होते हैं जिंदगी में,
इंसान बच तो जाता है पर जिंदा नहीं रहता…
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कुछ सपनों को पूरा करने निकले थे गाँव से,
किसको पता था कि गाँव जाना ही एक सपना बन जायेगा…
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आज मैंने जज्बात भेजे,
तुमने फिर अलफ़ाज़ ही समझे…!
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चले आओ मेरे परिंदों लौट कर अपने आसमान में,
देश की मिटटी से खेलो, दूर-दराज़ में क्या रक्खा है ?
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रोज़ कलम लेके बैठता हूँ अपना गुनाह लिखने के लिये,
और मुझे बस तेरा ही नाम याद आता है..!
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कुछ दिन तो तेरी यादें वापस ले ले!
‘पागल’
मैं कई दिनों से सोया नहीं….!!

मै वो शख्स नही, जो दिल पे खंजर न खा सकूँ ! !
तू इतना इमान रखना, कि वार सामने से करना ! !
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“ना खुशी खरीद पाता हूं और ना गम बेच पाता हूं,
फिर भी ना जाने क्यूं हर रोज बाजार जाता हूं।
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अब जिस के जी में आए, वही पाए रौशनी,
हम ने तो दिल जला के सर-ए-आम रख दिया…
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दिल पे आए हुए इल्ज़ाम से पहचानते हैं,
लोग अब मुझको तेरे नाम से पहचानते हैं…
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किसी ने आज पूछा हमसे कहाँ से लाते हो ये शायरी,
मैं मुस्करा के बोला “उसके ख्यालो मे डूब कर..!!
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डूबकर तेरी झील सी गहरी आँखों में,
एक मयकश भी शायद पीना भूल जाए…
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तू रात भर करवटें बदलती है मुझमें,
मैं सलवटों-सा बचा रह जाता हूँ सुबह…
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लफ्ज़ तो सारे सुने सुनाये है,,
अब तु मेरी ख़ामोशी में ढुँढ जिक्र अपना..
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कलम मे जँग लग गया था, तेरे आने से,
धार ओर भी तेज हो गयी है तेरे जाने से..!!
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सब सो गये अपने हाले दिल बयां करके,
अफसोस की मेरा कोई नहीं जो मुझसे कहे तुम क्यों जाग रहे हो।
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फूल सबनम में डूब जाते हैँ, जख्म मरहम में डूब जाते हैं…
जब मिलता नही कोई सहारा, हम तेरे गम में डुब जाते है…!
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शांखो से गिर कर टूट जाऊ मै वो पत्ता नही,
आंधियो से कह दो कि अपनी औकात मे रहें…
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तेरा प्यार भी प्याज कि तरह निकला.
परतें खुलती गयी आंसूं निकलते गए…..
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कभी मिले तुम्हे फुरसत तो इतना जरुर बताना,
वो कौनसी मोहब्बत थी जो हम तुम्हे दे ना सके….
मिलना किस काम का अगर दिल ना मिले,
चलना बेकार हे जो चलके मंज़िल ना मिले.
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जिंदा है तो बस तेरी इश्क की रहमत पर,
हम मर गये तो समझना तेरा प्यार कम पड गया….
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मैं जिंदगी बेच कर भी सपने पुरे करुगा तेरे ,
तू बस सपने जरा बड़े देखना …
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सर्द मौसम में बहुत याद आते हैं,
धुँध में लिपटे हुए वादे तेरे……. !!!!
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मेरी पलकों की नमी इस बात की गवाह है..
मुझे आज भी तुमसे मोहब्बत बेपनाह है…!!!

मेरे नज़दीक आ के देख मेरे एहसास का आलम,
मेरा दिल धक्क से रह जाता है तेरे नाम के साथ…
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मै खुश हू कि उसकी नफ़रत का अकेला वारिस हूँ,
वरना मोहब्बत तो उसे कई लोगो से है…
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मत कर यकीन यहां पल भर की मुलाकात पर।
जरुरत ना हो तो लाेग यहां सालों के रिश्ते भुल जाते हैं…
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आज और कुछ नहीं बस इतना समज लाे,
गर मैं हूँ तन्हा ताे वजह तुम हाे…
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अगर मैं भी मिजाज़ से पत्थर होता
तो खुदा होता या तेरा दिल होता …..?
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मुझे किसी के बदल जाने का गम नहीं था ।
बस कोई ऐसा था, जिससे ये उम्मीद नहीं थी ॥
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कुछ तो बात है, मेरी महेमान नवाजि मे,
जो गम एक बार आता हे जाने का नाम नहि लेता।
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शायद “वेद” पढ़ना आसान हो सकता है,
लेकिन किसी की “वेदना” पढ़ना कठिन है …….!!
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हो मुमकिन तो आकर देखो कभी.!
बहुत कुछ है जो अब तक नहीं बदला.!
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न रुकी वक़्त की गर्दिश और न ज़माना बदला..
पेड़ सुखा तो परीन्दो ने, ठिकाना बदला…!
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खुशमिजाजी, मशहूर थी हमारी
सादगी भी कमाल की थी…
हम, शरारती भी इंतेहा के थे
अब, तन्हा भी बेमिसाल हैं..!
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घर अपना बना लेते हैं, जो दिल में हमारे..
हम से वो परिंदे, उड़ाये नहीं जाते….!
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रूह को अपनी करके एक तेरे हवाले,
एक जिस्म लिए सारे ज़माने में घूमता हूँ…

कौन चाहता है रिहा होना तेरी यादों से,
ये तो वो क़ैद है जो जान से ज़्यादा अजीज़ है…
*
“अगर हम स्वयं ही अपना राज़ गुप्त नहीं रख सकते तो
किसी और से इसे गुप्त रखने की अपेक्षा कैसे कर सकते हैं?”
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दोस्तों ! अब मैं अपनी लेखनी को यहीं विराम देती हूँ । उम्मीद है ये Painful Shayari तथा Status आपके लिए जरुर प्रेरणास्रोत साबित होगें । और गर आपको इन शायरी में कोई त्रुटी नजर आयी हो या इससे संबंधित कोई सुझाव हो तो वो भी आमंत्रित हैं।
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