मकर संक्रान्ति की हार्दिक शुभकामनाएं, कविता एवं निबंध – Happy Makar Sankranti Wishes Poem & Essay In Hindi

नमस्कार ! दोस्तों ये तो सर्वविदित है कि भारत देश में कई धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं। इन सबका अपना कुछ पारंपरिक, ऐतिहासिक और धार्मिक त्योहार भी है, जिससे यहाँ वर्ष भर किसी न किसी धर्म का कोई न कोई त्यौहार राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाया ही जाता रहता है। और जिनके पीछे एक समृद्ध संस्कृति तथा महात्म होता हैं। भारतीय पर्वों के इसी क्रम का एक बड़ा धार्मिक और महत्वपूर्ण पर्व मकर संक्रान्ति है। सामान्यत: इसे संक्रान्ति, उत्तरायण, माघी या खिचड़ी भी कहते हैं।
भारत में मकर संक्रान्ति का पर्व भगवान भुवन भास्कर (सूर्य) के मकर राशि में प्रवेश करने पर मनाया जाता है। गौरतलब है कि हमारे ज्योतिष विज्ञान में बारह राशियाँ मानी गईं हैं। इनमें से ही एक राशि है ‘मकर’। जबकि संक्रांति का अर्थ संक्रमण/प्रवेश करना। अर्थात इस दिन सूर्य धनु से मकर राशि मे प्रवेश करता है। सूर्य के एक राशि छोड दूसरे में प्रवेश करने की इस विस्थापन क्रिया को संक्रांति कहते है। हर साल सूर्य की यह विलक्षण विस्थापन की प्रक्रिया 14 या 15 जनवरी को होता है। इसलिए पूरे भारत देश में इस दिन को मकर संक्रान्ति के पर्व के रूप में मनाया जाता है। यद्यपि इसे भारत के विभिन्न राज्यों में अलग – अलग नाम और अलग – अलग परम्परा से मनाया जाता है। लेकिन संस्कृति की शान मकर संक्रांति पूर्णत: हिन्दुओं का एक धार्मिक त्यौहार हैं।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, माघ माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि, मकर संक्रांति की तिथि होती हैं। जो अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक 14 या 15 जनवरी में से कोई भी एक तिथि हो सकती है। आमतौर पर मकर संक्रान्ति 14 जनवरी को ही मनाया जाता है। हालांकि हिमांचल, हरियाणा तथा पंजाब में मकर संक्रान्ति से एक दिन पूर्व यह त्यौहार लोहड़ी के रूप में मनाया जाता है।
हिंदू धर्म में मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन से ही खरमास खत्म हो जाता है और शुभ कार्यों की शुरूआत हो जाती है।
धर्मशास्त्रों के अनुसार इस दिन पुण्य दान, जप तथा धार्मिक अनुष्ठानों का अत्यंत महत्व है। ऐसी मान्यता है कि इस अवसर पर दिया हुआ दान पुनर्जन्म होने पर पुन: सौगुणा होकर प्राप्त होता है। इस पर्व पर तिल का विशेष महत्व माना जाता है। तिल खाना तथा बाँटना इस त्यौहार की महानता है।
मकर संक्रांति क्यों मनाई जाती है?
कुछ लोक-कथाओं एवं लोक काव्यों में दिए गए विवरण के अनुसार, माता यशोदा ने जब कृष्ण के जन्म के लिए व्रत किया था तब सूर्य देवता उत्तरायण काल में पदार्पण कर रहे थे और उस दिन मकर संक्रान्ति थी। ऐसी मान्यतावस उत्तरायण होते सूर्य की कृतज्ञ वंदना के पर्व के रूप में मकर संक्रान्ति के पर्व का विधान चला आ रहा हैं।
इस त्यौहार का भौगोलिक पहलू भी है। मकर संक्रान्ति से दिन बड़े और राते छोटी होनी शुरू हो जाती है। या यूं कहें कि प्रकाश की अंधकार पर और धूप की जाड़े पर विजय पाने की यात्रा शुरू हो जाती है। अत: मकर संक्रान्ति को अंधकार पर प्रकाश की जीत का पर्व के रूप में भी मनाया जाता हैं।
वहीं एक अन्य पौराणिक कथानुसार इस दिन भगवान सूर्य अपने पुत्र शनि से मिलने उनके घर गये थे, जो की उनके पारस्परिक स्नेह और मधुरता को दर्शाता है। और तभी से प्राय: इस दिन लोग पारस्परिक वैमनस्य को भुलाकर लोग आपस में भाईचारे से मिलते हैं और सूर्य देव की भाँति परिजनों के सौभाग्य वृद्धि की मंगल कामना करते हैं। कई दशकों से इन मकर संक्रांति की शुभकामनाओं से सम्बल पाकर हम लोग एक-दूसरे के जीवन में नवस्फूर्ति, नव उर्जा, नव उत्साह और नव उल्लास भर रहे हैं।
लिहाजा इसी अवसर के उपलक्ष्य में हमने, यहाँ आपके द्वारा सोशल मिडिया की दिग्गज कंपनी में शामिलात फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप्प पर शेयर किये जाने वाले प्यारे-प्यारे मकर संक्रान्ति की शुभकामनाएं, संदेश एवं स्टेटस की एक सूची तैयार की है। जो की इस पर्व परम्परा को आगे बढ़ाने व सोशल मिडिया वेबसाइटों पर इस दिन की शुभकामनाएं एवं बधाई देने में आपकी बहुत मदद करेगा।
मुझें विश्वास है कि आप मकर संक्रांति की शुभकामनाएं से भरे इस पोस्ट की एक-एक शायरी को दिल से सराहेंगे। आपका दिल ही आपका सबसे बड़ा शिक्षक है, आपको उसी की सुननी चाहिये…अगर ये विशेस पसन्द आये तो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि दूसरे लोग भी इसका लाभ उठा सके।
Short Poem on Makar Sankranti In Hindi
आया माह संक्रांति का देखो,
बहने लगी पुरवाई।
प्रीत की डोर से बंध कर देखो,
अंबर पर पतंग लहराई।
गजक तिल की खुशबू देखो,
घर घर से है आई।
बदले इस मौसम में इसने,
खूब है यारी निभाई।
गुड़ तिल की गर्माहट ने,
बीमारी दूर भगाई।
चली पवन जो जोरों से,
बच्चों ने खुशियां मनाई।
रंग बिरंगी पतंग निराली,
अंबर पर इठलाई।
चूड़ा दही खा सगुन बन गया,
रुत त्यौहार की आई।
देखो फिर से बजेगी घर-घर, खुशियों की शहनाई।
फसल नई जो कटी तो मिलकर,
पोंगल सपने मनाई।
भिन्न भिन्न सी संस्कृति ने,
अपनी रंगत दिखलाइए।
विभिन्नता में एकता का प्रतीक बन,
देखो खुशियां आई।
खाकर खिचड़ी नए चावल की,
बच्चों ने हुड़दंग मचाई।
रंग बिरंगी पतंग ये देखो,
अंबर पर लहराई।
– पूनम शर्मा स्नेहिल
मकर संक्रांति का पर्व हम मना रहे हैं आज।
रंग-बिरंगे डोर पतंग ले मुदित हो झूमे सकल समाज।
दक्षिणायन था सूर्य जो हो गया आज से उत्तरायण।
स्वच्छ हवा आने के लिए खुलने लगे अब वातायन।
रंग-बिरंगी संस्कृति का देश हमारा अलग-अलग त्यौहार।
भाषा परिधान अलग हों लेकिन हैं एक हमारे संस्कार।
मकर संक्रांति कहीं मनाते कहीं लोहडी़ पोंगल।
कहीं करते पतंगबाजी कहीं खेलते कुश्ती और दंगल।
प्रातः स्नान का आज बड़ा होता प्रताप और पुण्य।
गंगा स्नान कर दान का जीवन में होता मान अमूल्य।
नई फसल का पर्व है देवी अन्नपूर्णा का सम्मान।
देव पूजन कर गृह में सेवन करते परिजन संग नवान्न।
गुड़ की सोंधी मीठी खुशबू फैल रही वायुमंडल में।
तिल चिवड़ा और मूंगफली के लड्डू महके घर-घर में।
चूड़ा मुरही की लाई संग लेते खिचड़ी का आनंद।
मकर संक्रांति के उपलक्ष में गाते घर-घर नूतन छंद।
रंग बिरंगी पतंग नभ में हवा संग नाचे हैं चहु ओर।
सज नूतन परिधान बालपन झूम रहा थाम पतंग की डोर।
उत्तरायण के आगमन से होते प्रारंभ सभी शुभ कार्य।
नूतन गृह प्रवेश हो या मुंडन विवाह का मुहूर्त स्वीकार्य।
मकर संक्रांति मात्र राशि का संक्रमण मान नहीं करें स्वीकार
प्रेम स्नेह के मेल का है मकर संक्रांति पावन त्यौहार।
– निर्मला कर्ण
रांची झारखंड
Makar Sankranti Wishes In Hindi

मित्रस्य या चक्षुषा सर्वाणी भूतानि समीक्षन्ताम्।
मित्रस्याहं चक्षुषा सर्वाणी भूतानि समीक्षे।
मित्रस्य चक्षुषा समीक्षामहे !
‘हमें विश्व के सारे प्राणी स्नेहभाव से नित देखें,
और सभी जीवों को हम भी स्नेहभाव से नित पेखें।
प्रभो! आप ऐसा सद्मेघा हमें करें सकृपा प्रदान,
मित्रचक्षु जगती हो जाये यही वरें हमको भगवान।’
पारस्परिक स्नेह और सौभाग्य बृद्धि की आकांक्षा के साथ
हैप्पी मकर संक्रान्ति
***
माघे मासे महादेव: यो दास्यति घृतकम्बलम।
स भुक्त्वा सकलान भोगान अन्ते मोक्षं प्राप्यति।।
सूर्य के उत्तरायण होने पर भारतवर्ष के उजाले में वृद्धि
के प्रतीक पर्व “मकर संक्रांति” पर आपका जीवन
भी प्रकाशमान हो, ऐसी शुभेच्क्षा के साथ मकर
संक्रांति पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
***
जीवन में हर्षोल्लास, सुख, समृद्धि तथा
प्रकृति के प्रति सम्मान के प्रतीक पावन पर्व “मकर संक्रांति” की
समस्त शुभचिंतको को हार्दिक शुभकामनाएँ।
भगवान भुवन भास्कर आप के जीवन को सम्पूर्ण रूपेण धन,
धान्य, स्वास्थ्य, चहुँओर उन्नति से परिपूर्ण कर आपके जीवन पथ
को अपनी प्रखर और देदीप्यमान रश्मियों से आलोकित कर
कत्तर्व्य मार्ग पर निरन्तर प्रगतिशील बनाये रखें।
Happy Makar Sankranti
***
पावन प्रेरणादायक है, यह पर्व मकर संक्रान्ति,
बुद्धि शक्ति आरोग्य भरें, दूर करें सब भ्रान्ति।
सूर्य सी उर्जा तेज समाये, जीवन में हो क्रान्ति।
सभी सुखी हो सभी निरोगी फैले विश्व में शान्ति।।
कामना करते है कि सत्कर्म करते हुए जीवन में
आनन्द, उत्साह, सामर्थ्य और आरोग्य को
प्राप्त करें…
मकर संक्रान्ति पर्व की बहुत-बहुत शुभकामनाएं
***
भास्करस्य यथा तेजो मकरस्थस्य वर्धते।
तथैव भवतां तेजो वर्धतामिति कामये।।
जिस प्रकार मकर राशि में प्रवेश करने से सूर्य का तेज बढ़ता है ,
उसी प्रकार आपका तेज, यश, मान-सम्मान बढे ऐसी हमारी कामना है।
पावन पर्व मकर संक्रान्ति की हार्दिक शुभकामनाएँ ।!!
***
अंधकार से प्रकाश…
सुखद जीवन की आस…
आपसी सौहार्द्र के लिये
आओं करें निरंतर प्रयास..
आपको और आपके परिवार को मकर संक्रांति की हार्दिक बधाईयाँ !!
***
पल-पल सुनहरे फूल खिले,
कभी ना हो कांटों का सामना,
जिंदगी आपकी खुशियों से भरी रहे,
संक्रांति पर हमारी यही शुभकामना…
हैप्पी मकर संक्रांति
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अपनों का प्यार और ये बहार…
बासमती चावल हों और उड़द की दाल
घी की महकती खुशबू हो और आम का अचार
दहीबड़े की सुगंध के साथ हो अपनों का प्यार
मुबारक हो आप सभी को खिचड़ी का ये भीना त्योहार…
Joyful Makar Sankranti
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गुड़ और तिल की मिठास
आसमां में कुलांचें भरती पतंगों की आस
इस लोहड़ी आपके जीवन में ऐसा ही हो उल्लास.
HAPPY Makar Sankranti
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तिलकुट की खुशबू, दही और चूड़े की बहार
मुबारक हो आपको नए साल का पहला त्यौहार।
लोहड़ी और मकर संक्रान्ति की हार्दिक शुभकामनाएं

“तिल” हम है और “गुड़” आप
“मिठाई” हम है; और “मिठास” आप
साल के पहले त्यौहार से हो रही आज शुरुआत
आप को हमारी तरफ से हैप्पी मकर संक्रान्ति
Happy Makar Sankranti
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मूंगफली की खुशबू और चूड़े की बहार
तिल की ख़ुशी और अपनों का प्यार
मुबारक हो आपको लोहड़ी और मकर संक्रान्ति का त्यौहार
Happy Lohri and Makar Sankranti
***
हर पंतग जानती है,
अंत में कचरे में जाना है,
लेकिन उसके पहले हमें,
आसमान छूकर दिखाना है,
“बस जिंदगी भी यही चाहती है।”
Happy मकर संक्रान्ति

दिल में ख़ुशी और आँखों में प्यार
फूलों की ख़ुशबू और पतंगो की बहार
मुबारक हो आप को लोहड़ी का त्योहार!
Happy Makar Sankranti !
***
तन में मस्ती, मन में उमंग,
देखकर सबका अपनापन,
गुड़ में जैसे मीठापन.
हो कर साथ हम उड़ाएंगे पतंग,
और भर लें आकाश में अपने रंग…
हैप्पी मकर संक्रांति
***
गुड़ की मिठास,
पतंगों की आस,
संक्रांति में मनाओ जम कर उल्लास,
उत्तरायण का सूर्य आपके स्वप्नों को नयी ऊष्मा प्रदान करे,
आपके यश एवम् कीर्ति में उत्तरोत्तर वृद्धि हो,
आप परिजनों सहित स्वस्थ रहें, दीर्घायु हों,
इसी प्रार्थना के साथ मकर संक्रान्ति के पावन पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएँ !!
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