ईद पर 10 लाइने (10 Lines on Eid Festival In Hindi)

10 Lines on Eid In Hindi – नमस्कार ! दोस्तों ये तो सर्वविदित है कि भारत देश में कई धर्मों को मानने वाले लोग हैं। इन सबके अपने कुछ पारंपरिक, ऐतिहासिक और धार्मिक त्योहार भी है, जिससे यहाँ वर्षभर किसी न किसी धर्म का कोई न कोई त्यौहार राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाया ही जाता रहता है। और जिनके पीछे एक समृद्ध संस्कृति तथा महात्म होता है।
भारतीय पर्वों के इसी क्रम का एक बड़ा धार्मिक और महत्वपूर्ण पर्व ईद है। ईद अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सबसे ज्यादा मनाये जाने वाले त्योहारों में से एक है और यह हमें प्यार, भाईचारे और सहानुभूति का मूल्य सिखाता है। इसलिए सभी को इस पर्व के बारे में सम्पूर्ण जानकारी होनी चाहिए।
लिहाजा आज के लेख में हमनें, इसी महत्वपूर्ण पर्व ईद पर निबंध तैयार की है; जो की दस लाइन की है। और यह निबंध क्रमशः कक्षा 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 और 10 के विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी है।
बच्चों आपको बता दे कि निबंध लिखना एक कला है। अत: कक्षा 3 से ही बच्चों को छोटे – छोटे वाक्यों को लिखना सिखाना शुरू कर दिया जाता है। उनके लिखने की इसी क्षमता को अधिक पुष्ट और प्रभावशाली बनाने हेतु अधिकांशत: उन्हें पर्वों एवं त्योहारों पर निबंध लेखन का अभ्यास कराया जाता है।
तो चलिए पेश है सबसे पहले दूसरी और तीसरी कक्षा के बच्चों के स्तरानुकूल हिंदी में ईद पर 10 लाइन और जो अत्यंत रोचक, सरल और ग्राह्य है। इन्हें यहाँ पर खास कक्षा 2 और 3 के बच्चों के लिए उपलब्ध करा रही हूँ। आशा करती हूँ कि आपको इससे जरूर मदद मिलेगी।
10 Line on Eid in Hindi for Class 2 & 3
1- ईद मुसलमान भाइयों का एक प्रमुख त्योहार है।
2- यह पर्व हर साल इस्लाम के पवित्र महीने रमज़ान की समाप्ति पर मनाया जाता है।
3- ईद को भारत में आम ज़ुबान में मीठी ईद या सेवई वाली ईद कहते हैं।
4- सिंवई इस त्यौहार पर बनने वाला एक लोकप्रिय और पारंपरिक मीठा व्यंजन है।
5- जिस दिन ईद होती है, छोटे से लेकर बड़े सभी लोग नए रंगीन कपड़े पहनते हैं
6- इस दिन लोग मस्जिद में सुबह की नमाज अदा करते हुए अमन और चैन की दुआ भी मांगते हैं।
7- ईद के अवसर पर बड़ो द्वारा अपने छोटों को ईदी के रूप में कुछ पैसे उपहार स्वरूप भी दिए जाते हैं।
8- इस त्यौहार पर लोग पुराने गिले शिकवे भूलाकर एक दूसरे के गले लगकर ईद मुबारक कहते हैं।
9- ईद उल-फ़ित्र (Eid-ul-fitr) त्योहार के दिन स्कूल और सरकारी दफ़्तर बंद रहते हैं।
10- इस प्रकार मुस्लिम बंधुओं का यह चाहिता त्योहार भारत समेत पूरे विश्व में पूरे हर्षोल्लास से मनाई जाती है।
ईद पर निबंध – Eid Essay or Eid-Ul-Fitr Essay in Hindi
ईद के उपलक्ष्य में ही हमने, यहाँ ईद पर निबंध तैयार की है जो की दस लाइन की है। और यह निबंध क्लास 4 और 5 (10 Line on Eid Festival in Hindi for Class 4 & 5) के विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है।
1- ईद मुख्यत: मुस्लिम बंधुओं का एक धार्मिक त्यौहार है। जैसे हिन्दू धर्म में दीवाली एक बड़े अध्यात्मिक त्यौहार के रूप में मनाई जाती है ठीक वैसे ही मुस्लिम धर्म के लोगो द्वारा मनाया जाने वाला ईद एक बड़ा अध्यात्मिक और महत्व रखने वाला त्यौहार है। दुनिया भर में ईमान पर चलने वाले हर सच्चे मुसलमान को इस ईद का बड़ा इंतजार रहता है।
2- यह ईद 30 दिन के रोजे पूरे होने पर ईद का चांद देखने के बाद अगले दिन मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है की पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र के युद्ध में शानदार विजय हासिल की थी। यह त्योहर उसी की खुशी में मनाया जाता है।
3- इस्लाम में ईद के पर्व को बेहद खास ढंग से मनाया जाता है। ईद के दिन को मनाने के लिए हर मुसलमान ईद के दिन से पहले रोजे रखता हैं। इस दौरान रोज अल-सुबह ही नए या साफ-सुधरे कपड़ो में हर उम्र के लोग फिजा में इत्र की खुशबू बिखेरते हुए मस्जिदों व ईदगाहों में नमाज की पेशकश करने और अपने अल्लाह से आशीर्वाद लेने के लिए जाते हैं।
4- रोजे के दौरान दान-दक्षिणा दिए जाने की भी परंपरा है जिससे अल्लाह का आर्शीवाद मिलता है। लेकिन ईद के दिन नमाज से पहले गरीबों में फितरा बांटा जाता है जिस कारण ईद को ईद-उल-फितर कहा जाता है। ईद के दिन सेवई एक ख़ास पकवान के रूप में बनाई जाती है, इसीलिए इसे मीठी ईद भी कहते हैं।
5- यूं तो सिवइयां इस त्योहार पर बनते हैं। लेकिन इसके अलावा और भी कई व्यंजन इस त्योहार पर बनते हैं। लेकिन सेवइयां में लिपटी मोहब्बत की मिठास इस त्योहार की बड़ी खूबी है। ईद पर बड़ों द्वारा छोटों को ‘ईदी’ के रूप में उपहार भी दिया जाता है।
6 इस खास अवसर पर मेले का भी आयोजन किया गया। मस्जिद के बाहर खिलौनों, मिठाईयों, चाट पकौड़ी की दुकानें सजाई जाति हैं। नमाज अता करने के बाद मुस्लिम समाज के लोग यहाँ से जमकर खरीददारी करते हैं व एक-दूसरे को ईद की बधाई देते है।
6- ईद की खुशियों से लबरेज इस दिन मुस्लिम समुदाय के लोग सभी गले-शिकवे भूलकर हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई सभी के साथ गले मिलकर ईद की मुबारक देते हैं और एक दूसरे की शांति ,सुख और बरकत के लिए दुआएं करते हैं।
7- इस दिन जकात यानी दान का भी काफी महत्व है, कुरान की मानें तो ईद के अवसर पर किसी गरीब व्यक्ति को अपनी क्षमता के अनुसार दान करने से अल्लाह की कृपा सदैव बनी रहती है।
8- ईद का त्योहार हमें भाईचारे का संदेश देता है, जिससे मिल-जुलकर रहने की प्रेरणा मिलती है। ईद का संदेश मानव-कल्याण ही है। तभी तो भाईचारे की भावना हर दिल में विद्यमान रहती है। इस दिन अमीर और गरीब के बीच कोई अंतर नहीं है। सभी समान है।
9- मुसलमानों का सबसे बड़ा त्योहार कहा जाने वाला यह पर्व न सिर्फ हमारे समाज को जोड़ने का मजबूत सूत्र है, बल्कि यह इस्लाम के प्रेम और सौहार्दभरे संदेश को भी पुरअसर ढंग से फैलाता है । तभी तो समाज के अन्य वर्ग भी इस दिन का आनंद लेते हैं। यह त्यौहार वास्तव में कौमी एकता का प्रतीक है।
10- इस प्रकार इस्लाम धर्म का यह त्योहार मूलरूप से अमन और भाईचारे को बढ़ावा देता है। तथा अपने मजहब के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
10 Line on Eid in Hindi
1- हिंदू धर्म में जहां अध्यात्म का मतलब आत्मा की उन्नति या उत्थान है; वहीं इस्लाम धर्म में अध्यात्म का अर्थ है आत्मा सिद्धि। इसी भावना को उजागर करता है मुस्लिम धर्म का महत्वपूर्ण त्योहार ईद-उल-फितर, जिसे हम आम जुबान में ईद या मीठी ईद के नाम से जानते हैं।
2- ईद प्रत्येक वर्ष इस्लामिक मास के शव्वाल के पहले दिन मनाया जाता है। इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार जंग-ए-बद्र के बाद ईद-उल-फितर की शुरुआत हुई थी। बताया जाता है कि इस जंग का नेतृत्व ख़ुद पैग़ंबर मोहम्मद साहब ने किया था और इस जंग में मुस्लिम समुदाय की फतह हुई थी। धार्मिक दृष्टिकोण से देखें, तो रमजान के महीने में क़ुरआन सम्पूर्ण हुआ था। इतिहासकार का यह मानना है कि 624 ईस्वी में पहला ईद-उल-फ़ित्र मनाया गया था।
3- इस्लाम के पैगंबर की एक हदीस के अनुसार, ईद-उल-फितर का दिन इनाम (Reward) का दिन है, यानी रमजान के महीने में रोजे रखने का इनाम।
गौरतलब है कि रमजान के दौरान मुस्लिम धर्म के लोग 30 दिन तक उपवास रखते हैं। इन्हें रोजा कहा जाता है। रोजा मुसलमान का एक आधार है, कुरान में यह लिखा गया है कि रोजा रखने से आप को जन्नत मिल सकती है और आपके हर गुनाह माफ हो सकते हैं।
4- रमजान के महीने के खत्म होते ही 10वां माह शव्वाल शुरू होता है। इस माह की पहली चांद रात ईद की चांद रात होती है। इस रात को दिखने वाले चांद से ही इस्लाम के इस बड़े एवं पाक पर्व ईद-उल-फितर का ऐलान होता है। इस तरह, ईद का चाँद खुशी का दिन बन जाता है।
5- इस मौके की शुरुआत सबसे पहले सुबह की नमाज से की जाती है जिसे सलात अल-फज्र भी कहते हैं। इसके बाद पूरा परिवार मिल के घर में कुछ मीठा पकवान बनाते हैं। भारतवर्ष में ज्यादातर घरों में शीर कुरमा या तो खीर बनाई जाती है। वहीं कई घरों में खजूर खाने की परंपरा भी है।
6- ईद के दौरान बढ़िया खाने के अतिरिक्त नए कपड़े भी पहने जाते हैं और परिवार व दोस्तों के बीच तोहफ़ों का आदान-प्रदान होता है। सिवैया इस त्योहार की सबसे जरूरी खाद्य पदार्थ है जिसे सभी बड़े चाव से खाते हैं। इस दिन विभिन्न धर्मों के लोग अपने सभी गिले-शिकवे भुलाकर एक-दूसरे से गले मिलते हैं और सेवइयां अमूमन उनकी तल्खी की कड़वाहट को मिठास में बदल देती है । इस मौके पर मुस्लिम समाज के भाई-बंधू जरूरतमंद और गरीब तबके के लोगों को भी बलि का दान करते हैं।
7- इस्लाम का यह महत्वपूर्ण पर्व खासतौर पर भारतीय समाज के ताने-बाने और उसकी भाईचारे की सदियों पुरानी परंपरा का वाहक है। वैसे भारत सहित कई देशों में मुस्लिम समाज के लोग इस दिन को बड़े हर्षोल्लाष और उत्साहपूर्वक मनाते हैं।
8- जीवन के सभी स्तरों के मुसलमान ईद पर खुश दिखाई देते हैं। भाईचारे की भावना हर दिल में रहती है। इस दिन अमीर और गरीब के बीच कोई अंतर नहीं है। सभी समान है। सरकार इस दिन छुट्टी मनाती है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री हमारे मुस्लिम भाइयों को ईद की शुभकामनाएं देते हैं।
9- बलिदान और जीवन की पवित्रता को महत्व देने वाला यह पर्व हमें प्यार, भाईचारे और सहानुभूति का मूल्य भी सिखाता है। अमन, शांति व भाईचारे का प्रतीक ईद-उल-फितर का यह पर्व हमें हजरत इब्राहिम के बलिदान की याद दिलाता है, जिससे मानवता को उच्च नैतिक मूल्यों के लिए स्वयं को समर्पित करने की प्रेरणा मिलती है। वास्तव में देखा जाए तो ईद का त्यौहार समाज के अंदर खुशियां फैलाना पड़ोसियों के साथ सुख दुख में भागीदार बनना और जन जन के बीच सौहार्द फैलाने में एक अहम भूमिका अदा करता है।
10- समाज के अन्य वर्ग भी इस दिन का आनंद लेते हैं। इस प्रकार ईद को बहुत ही प्यार भरे वातावरण में मनाया जाता है। भारत, एक धर्मनिरपेक्ष देश होने के नाते, हमारे मुस्लिम भाइयों को इस त्योहार का पूरा आनंद लेने की पूरी आज़ादी देता है।
अपनी जानकारी के अनुसार मैंने इस त्यौहार के बारे समस्त जानकारी देने की कोशिश की है, फिर भी संभव है इसमें कुछ कमी या गलती रह गयी हो तो माफ़ी चाहूंगी।
आशा करती हूँ कि ये ’10 Lines on Eid Festival In Hindi‘ छोटे और बड़े सभी लोगों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी। गर आपको हमारा यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसमें निरंतरता बनाये रखने में आप का सहयोग एवं उत्साहवर्धन अत्यंत आवश्यक है। अत: आशा है कि आप हमारे इस प्रयास में सहयोगी होंगे साथ ही अपनी प्रतिक्रियाओं और सुझाओं से हमें अवगत अवश्य करायेंगे ताकि आपके बहुमूल्य सुझाओं के आधार पर इन निबंधो को और अधिक सारगर्भित और उपयोगी बनाया जा सके।
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