Best Inspirational Shayari on Guru,Teacher, Shikshak in Hindi
Teachers Shayari In Hindi – दोस्तों ! एक लोकप्रिय आध्यात्मिक श्लोक हैं कि गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः। गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः। अर्थात गुरु ही ब्रह्मा है, गुरु ही विष्णु है और गुरु ही भगवान शंकर है। गुरु ही साक्षात परब्रह्म है। बोलचाल की भाषा में कहा जाये तो गुरु इस समाज में अनमोल नगीना हैं। वे इस समाज के वास्तविक आधार हैं। जन मन के नायक हैं। राष्ट्र के उन्नायक हैं। वे किसी पद या सम्मान का मोहताज नहीं होते हैं बल्कि पद और सम्मान उनके नाम से गरिमामय हो जाते हैं। गुरु ही देश के अनमोल रत्न हैं। एक गुरु की भूमिका समाज निर्माण में अक्षुण्ण और अतुलनीय है। इससे उत्तम अन्य कोई कार्य नहीं हैं।
उनका हम सबके जीवन में भी बहुत बड़ा महत्व है। कहते है अगर शिष्य झुके गुरु के आगे तो इंसान बन जाता है। यह बिल्कुल सच है। शिक्षक हमारे विशेष मित्र की तरह हैं। तभी तो वह सामाजिक जीवन में कभी सच्चे मार्गदर्शक बनकर अपना फर्ज निभाते हैं तो कभी माता-पिता बनकर सच्ची सलाह देते हैं। आश्चर्य नहीं कि वे हमारा हर तरह से मार्गदर्शन करते हैं। वे हमें सिखाते हैं कि कैसे शांति में रहना है। और एक – दूसरें से प्यार करना है। वे हमें अच्छे मार्ग बताते हैं। जो हमारे जीवन को चमकाता है। अगर इनका सम्बल न होता तो हम जीवन में ना तो स्फूर्ति भर सकते हैं और ना सफलता पा सकते हैं।
वास्तव में शिक्षक निश्चित रूप से फूलों के बीच गुलाब की तरह है जो हमारे जीवन को महकाता है। यही कारण है कि “गुरु कुम्हार शिष्य कुंभ है गढ़ि गढ़ि काढ़ै खोट” जैसे दोहे का प्रचलन हुआ। गुरु पूजा प्रकारांतर से गुरु की ही अभ्यर्थना है। शिक्षक दिवस भी इसी संदर्भ में मनाया जाता है। छात्र-छात्राओं में इस दिन की तैयारीयों को लेककर खासा उत्साह रहता है। शिक्षक दिवस समारोह का एक बहुत ही प्रमुख हिस्सा शिक्षक शायरी है। छात्रो के लिए शिक्षकों के प्रति अपनी श्रद्धा और भक्ति की अभिव्यक्ति करने के लिए हमारे पास कुछ चुनिंदा Teachers Shayari है जो विशेष रूप से अध्यापक और विद्यार्थी के रिश्ते को समर्पित है। आयिये देखते हैं –
गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।
गुरुरेव परंब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः।।
हैप्पी टीचर्स डे
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गुरू गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पांय।
बलिहारी गुरू अपने गोविन्द दियो बताय।
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गुरु की ऊर्जा सूर्य-सी, अम्बर-सा विस्तार,
गुरु की गरिमा से बड़ा, नहीं कहीं आकार,
गुरु का सद्सान्निध्य ही, जग में हैं उपहार,
प्रस्तर को क्षण-क्षण गढ़े, मूरत हो तैयार

तीन लोक नवखण्ड में गुरु से बड़ा ना कोय,
करता करे न करी सके गुरु करे सो होय.
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!!
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वाणी शीतल चन्द्रमाम मुख मण्डल सूर्य समान,
गुरू चरनन त्रिलोक है, गुरू अमृत की खान।
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गुरू गुरूतर मन को करे छिछली परत हटाय,
जइसे सूरज गगन में छन-छन चढ़ता जाय।
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शिक्षक है शिक्षा का सागर, शिक्षक बांटें ज्ञान बराबर,
शिक्षक मंदिर जैसी पूजा, माता – पिता का नाम हैं दूजा।

प्यासे को जैसा मिलता पानी,
शिक्षक है वो ही जिंदगानी…
Happy Teacher’s Day
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शिक्षक ईश्वर से बढ़कर है, ये कबीर बतलाते है।
क्योंकि शिक्षक ही भक्तों को, ईश्वर तक पहुँचाते हैं।
Happy Teacher’s Day

गुरु बिन न ज्ञान होत है,गुरु बिन न कोई समान |
गुरु बिन न मार्ग दिखत है,गुरु बिन बढे न कोई शान ||
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गुरु ज्ञान की बेल है, बाकी सब है कंटीली बेल |
ये ऊपर ले जायेगी, बाकी हो जायेगी सब फेल ||
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गुरु की नित वंदन करो,हर दिन है गुरुवार |
गुरु ही देता शिष्य को अच्छे अचार विचार ||
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गुरु से बड़ा कोई नहीं,उसके कोई न समान |
भगवान ने भी शिक्षा ली,गुरु वशिष्ठ से ज्ञान ||
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बिना गुरु नहीं होता जीवन साकार,
सर पर होता जब गुरु का हाथ,
तभी बनता जीवन का सही आकार,
गुरु ही है सफल जीवन का आधार ।
Happy Teacher’s Day

गुरु के स्पर्श से,लोहा भी बने पारस समान |
गुरु ज्ञान की खान है,बाकी सब धूलि समान ||
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गुरु ग्रंथो का सार है,गुरु ही है प्रभु का नाम |
गुरु ज्ञान की ज्योति है,गुरु ही है चारो धाम ||
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गुरु अन्धकार से खीच कर मन में भरे प्रकाश |
ज्ञान का पानी पिलाकर,शिष्य की बुझाये प्यास ||
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गुरु की कृपा जिस पर हो,हो जाते पूरन काम |
गुरु के सेवा करते ही,हो जाता है ब्रह्म ज्ञान ||
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गुरु वह गाथा है जिसका कोई सार नहीं ,
जिसने मेहनत करना सिखाया बिना सोचे कोई जीत नहीं कोई हार नहीं ,
जिन्होंने हर रास्ते पर चलना सिखाया पर हर रास्ते पर वो साथ नहीं ,
यू तो बचपन में हमारे ज़िन्दगी के रावण लगते थे वो पर अब समझ आया
हमारे सबसे अच्छे दोस्त वहीं, बेफिक्र आज हम उड़ते है
आसमानों की बुलंदियों पर आज करते है फिर
शत शत नमन यही …..
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जग अंधकार, आप मार्गदर्शक है,
पथ भ्रमीत जीवन का आप पथ प्रदारसक है।
अज्ञानी है ये मन, आप भंडार है ज्ञान का।
ये जो मेरी पहचान है सब आप का बलिदान है गुरु जी ।
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धरती कहती, अंबर कहते, बस यही तराना
गुरू आप ही वो पावन नूर है
जिनसे रौशन हुआ जमाना!
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
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गुरु तेरे उपकार का
कैसे चुकाऊं मोल
होवे है कीमत हीरे-मोती की
पर गुरु होवे है अनमोल।
Happy Teachers Day!
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गुणों की खान होते हैं बड़े विद्वान होते हैं।
थोड़े से में पिघल जाए, ऐसे इंसान होते हैं।।
तरीका तुमको जीने का सिखाते हैं तुम्हे हरदम।
गुरु ही ज्ञान की जहां में सच्ची पहचान होते हैं।।
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाये
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गुरू बिना ज्ञान कहाँ,
उसके ज्ञान का आदि न अंत यहाँ।
गुरू ने दी शिक्षा जहाँ,
उठी शिष्टाचार की मूरत वहाँ।

आदर्शों की मिसाल बनकर, बाल जीवन संवारता शिक्षक।
सदाबहार फूल-सा खिलकर, महकता और महकाता शिक्षक।
नित नए प्रेरक आयाम लेकर, हर पल भव्य बनता शिक्षक।
संचित ज्ञान का धन हमें देकर, खुशियां खूब मनाता शिक्षक।
पाप व लालच से डरने की, धर्मीय सीख सिखाता शिक्षक।
देश के लिए मर मिटने की, बलिदानी राह दिखता शिक्षक।
प्रकाशपुंज का आधार बनकर, कर्तव्य अपना निभाता शिक्षक।
प्रेम सरिता की बनकर धारा, नैया पार लगता शिक्षक।
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दिया ज्ञान का भंडार हमें,
किया भविष्य के लिए तैयार हमें।
है आभारी उन गुरुओं के हम,
जो किया कृतज्ञ अपार हमें।
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जीने की कला सिखाते शिक्षक
ज्ञान की कीमत बताते शिक्षक
पुस्तकों के होने से कुछ नहीं होता
अगर मेहनत से नहीं पढ़ाते शिक्षक
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क्या दूँ गुरु-दक्षिणा,
मन ही मन मैं सोचूं।
चुका न पाऊं ऋण मैं तेरा,
अगर जीवन भी अपना दे दूँ।
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
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