Short Speech on Independence Day In Hindi

यहाँ हमने, स्वतंत्रता दिवस पर भाषण तैयार की है जो की छोटा सा है और यह भाषण सभी के लिए खासकर प्रधानाचार्य, अध्यापक और विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है। इन्हें यहाँ पर खास आप के लिए उपलब्ध करा रही हूँ। आशा करती हूँ कि आपको इससे जरूर मदद मिलेगी।
Short Specch on Republic Day In Hindi
जय हिंद! दोस्तों राष्ट्र हम में से हरेक के सम्मिलित अस्तित्व का नाम है। इसमें जो कुछ आज हम हैं, कल थे और आने वाले कल में होंगे, सभी कुछ शामिल है। हम और हम में से हरेक के हमारेपन की सीमाएँ चाहे जितनी भी विस्तृत क्यों न हों, राष्ट्र की व्यापकता में स्वयं ही समा जाती है। राष्ट्र से बड़ा अन्य कुछ भी नहीं होता है।
हम भारतवासियों की ही एक पहचान है – भारत देश, भारत मातरम्। हम में से हरेक का एक ही परिचय है – राष्ट्रध्व, अपना प्यारा तिरंगा। इस तिरंगे की शान में ही अपनी शान है। इसके गुणगान में ही अपने गुणों का गान है। हमारी अपनी निजी मान्यताएँ, आस्थाएँ, परंपराएँ, यहाँ तक कि इनसे राष्ट्रीय भावनाएँ पोषित होती है; जहाँ तक कि ये राष्ट्र धर्म का पालन करने में, राष्ट्र के उत्थान में सहायक हैं। राष्ट्र की अखंडता, एकजुटता और स्वाभिमान के लिए अपनी नीजता को निछावर कर देना प्रत्येक राष्ट्रवासी का कर्तव्य है।
राष्ट्र धर्म का पालन प्रत्येक राष्ट्रवासी के लिए सर्वोपरी है। यह हिंदू के लिए भी उतना ही अनिवार्य है, जितना कि सिख, मुसलिम या इसाई के लिए। यह गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब या तमिल, तेलंगाना की सीमाओं से कहीं अधिक है। इसका क्षेत्र तो कश्मीर से कन्याकुमारी तक सर्वत्र है।
राष्ट्र धर्म के पालन का अर्थ है – राष्ट्र के प्रत्येक व्यक्ति, वस्तु व परिस्थिति के लिए संवेदनशील होना, सजग होना, अपने सर्वस्व का सतत बलिदान करते रहना। हमारे स्वतंत्रता सेनानी राष्ट्र धर्म का पालन करने वाले एक ऐसे ही सपूत थे जिन्होंने अदभुत जीवट और राष्ट्रप्रेम का परिचय देते हुए इस देश को आज़ाद कराने में बड़ी भूमिका निभाई।
उन्होंने एक भारत और मज़बूत भारत की कल्पना की, जिसे साकार करने का संकल्प हर भारतीय के मन में है। इसमें सभी वर्गों के लोगों ने सभी प्रकार की जाति, पंथ, या धर्म से ऊपर उठकर एवं एकजुट होकर एक उद्देश्य के लिए काम किया। यह एक पुनर्जागरण था। यह लोगों की विभिन्न पीढ़ियों का संघर्ष और बलिदान था जिसके परिणामस्वरुप स्वतंत्रता प्राप्त हुई और राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हुआ।
अत: हम सभी देशवासियों का दायित्व है कि सभी छोटे-बड़े स्वार्थों से ऊपर उठकर राष्ट्र के हित में सोचें । यदि राष्ट्र ताकतवर और मजबूत रहेगा तो इसके नागरिक भी सुखी रहेंगे। यदि राष्ट्र पर किसी ने हमला बोल दिया तो हमारे अस्तित्व पर भी संकट उत्पन्न हो सकता है। आज अधिकांश भारतीय लोग विदेशों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। किन्तु वहां से भी उन्हें खदेड़ा जा रहा है। ऐसे में हमें अपनी जन्मभूमि ही शरण देगी।
आज जरूरत इस बात की है कि सभी धार्मिक उन्मादों से ऊपर हमें राष्ट्र हित, राष्ट्र विकास पर चिंतन करना चाहिए। 21वीं सदी में राष्ट्र को विकसित करने का संकल्प ही हमारी राष्ट्रीय एकता और स्वतंत्रता की भावना को मजबूत करता है। सभी वर्गों के विकास और तरक्की से राष्ट्र का निर्माण संभव है। स्वार्थी तत्वों को राष्ट्र से खदेड़कर भावी विकसित राष्ट्र निर्माण की संकल्पना हम सभी को लेनी होगी। धन्यवाद….
Also Read:
स्वतंत्रता दिवस के नारे
स्वतंत्रता दिवस के लिए अच्छा भाषण
15 अगस्त पर जोरदार भाषण
देशभक्ति स्टेटस एवं शायरी
देशभक्ति पर 31 जोशीले नारे
देशभक्ति पर कविता
स्वतंत्रता दिवस हार्दिक बधाई
स्वतंत्रता दिवस पर स्टेटस
स्वतंत्रता दिवस पर सुविचार
15 अगस्त पर जोशीला भाषण
15 अगस्त पर शायरी
दोस्तों ! अब मैं अपनी लेखनी को यहीं विराम देती हूँ । उम्मीद है ये भाषण आपके लिए जरुर प्रेरणास्रोत साबित होगें । और गर आपको इनमें कोई त्रुटी नजर आयी हो या इससे संबंधित कोई सुझाव हो तो वो भी आमंत्रित हैं। आप अपने सुझाव को इस लिंक Facebook Page Facebook Page के जरिये भी हमसे साझा कर सकते है। और हाँ हमारा free email subscription जरुर ले ताकि मैं अपने future posts सीधे आपके inbox में भेज सकूं। धन्यवाद!
|
बहुत ही सुंदर विचार साझा करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।