अनमोल रिश्ते शायरी

आज फिर ए तन्हाई लग जा गले,
के तुझसे लिपट के रोने का बहुत दिल है।
एक तू ही तो है हमसाया जिंदगी का मेरी,
वरना यहां तो हर रिश्ता, मेरी रूह का कातिल है।
***
रूबरू होने की तो छोङिये,
लोग गूफ्तगू से भी कतराने लगे हैं,
गुरूर ओढे हैं रिश्ते,
अपनी हैसियत पर इतराने लगे हैं।

हज़ार तोड़ के आ जाऊं उस से रिश्ता,
मैं जानता हूँ वह जब चाहेगा बुला लेगा।
***
मजबूरियों से लड़कर रिश्तों को समेटा है,
कौन कहता है मुझे रिश्तें निभाने नहीं आते।
***
दरख्तों से ताल्लुक का हुनर सीख ले इंसान,
जड़ों में ज़ख्म लगते हैं तो टहनियाँ सूख जाती हैं।
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अगर रिश्तों में हो तल्खी तो चुप हो बैठना बेहतर,
गड़े मुर्दे उखाड़ोगे तो बदबू फैल जायेगी।
***
फासले इस कदर हैं आजकल रिश्तों में,
जैसे कोई घर खरीदा हो किश्तों में।
***
कुछ ऐसे हो गए हैं इस दौर के रिश्ते,
जो आवाज तुम ना दो तो बोलते वो भी नहीं।
***
जेब में जरा सा सूराख क्या हुआ,
सिक्कों से ज्यादा रिश्ते गिर पड़े।
***
बहुत अजीब से हो गए हैं ये रिश्ते आजकल,
सब फुरसत में हैं पर वक़्त किसी के पास नहीं।

वहम से भी अक्सर खत्म हो जाते हैं कुछ रिश्ते
कसूर हर बार गल्तियों का ही नही होता।
***
कुछ इस तरह खूबसूरत रिश्ते टूट जाया करते हैं,
दिल भर जाता है तो लोग रूठ जाया करते हैं।
***
मशरूफ रहने का अंदाज़ तुम्हें तनहा ना कर दे ग़ालिब,
रिश्ते फुर्सत के नहीं तवज्जो के मोहताज़ होते हैं।
***
जब भी हो थोड़ी फुरसत मन की बात कह दीजिये,
बहुत ख़ामोश रिश्ते ज़्यादा दिनों तक ज़िंदा नहीं रहते।
***
अनमोल हे ये खून के रिश्ते इनको तू बेकार न कर,
मेरा हिस्सा भी तू ले ले मेरे भाई घर के आँगन में दीवार न कर।
***
मतलबी लोग कुछ ऐसा हुनर रखते हैं
दिल मे जहर और जुबान से रस रखते हैं।
***
लोग बडे शौक से कहते हैं
कि कोई किसी का नही होता मगर
खुद से पूछना भूल जाते हैं खुद किसके हैं।
***
रिश्ते कम बनाओ मगर उन्हें दिल से निभाओ
क्योंकि लोग अक्सर बेहतर की तलाश में
बेहतरीन को खो देते हैं।
***
कुछ रिश्ते सुखी रेत जैसे होते हैं
बस थोडी सी हवा लगने पर ही
दूर चले जाते हैं।
***
शब्द उतने ही बाहर निकलने चाहिए।
जिन्हें वापस भी लेना परे तो खुद।
को तकलीफ ना हो।
***
रिश्तों की डोर बहुत नाज़ुक होती है,
ज़रा-सी असावधानी से बहक जाती है,
रिश्तों की डोर बहुत मज़बूत भी होती है,
एक पल की सावधानी से चहक जाती है।
***
रिश्ते पंछियो के सामान होते हैं।
जोर से पकड़ो तो मर सकते हैं।
धीरे से पकड़ो तो उड़ सकते हैं।
लेकिन प्यार से पकड़ के रखो तो।
ज़िन्दगी भर साथ रह सकते हैं।
***
दिल से बने जो रिश्ते उनका नाम नहीं होता।
इनका कभी भी निर्थक अंजाम नहीं होता।
अगर निभाने का जज्बा दोनो तरफ हो।
तो ये पाक रिश्ता कभी बदनाम नहीं होता।
***
रिश्ते-और विश्वास दोनों मित्र है।
रिश्ते-रखो या ना रखो पर।
एक विश्वास जरूर बनाए रखना।
क्योंकि जहाँ विश्वास होता हैं।
वहा रिश्ते अपने आप बन जाते हैं।
***
कोई-टूटे तो उसे सजाना सिखो।
कोई-रुठे तो उसे मनाना सिखो।
रिश्ते तो मिलते हैं मुकद्दर से।
बस उन्हें खूबसूरती से निभाना सिखो।
***
किसी को नजरों में न बसाओ।
क्योंकि नजरों में सिर्फ सपने बसते हैं।
बसाना ही हैं तो दिल में बसाओ।
क्योंकि दिल में सिर्फ अपने बसते हैं।
***
नहीं कोई बात होती फिर भी बात होती हैं।
कुछ रिश्तो कि ऐसे भी शुरुआत होती हैं।
रिश्ता सिर्फ वो नहीं जो गम या खुशी मे साथ दे।
रिश्ता तो वो है जो अपनेपन का एहसास दे।
***
करीब रहो इतना कि रिश्तों में प्यार रहे,
दूर भी रहो इतना कि आने का इतज़ार रहे,
रखो उम्मीद रिश्तों के दरमियाॅ इतनी,
कि टूट जाये उम्मीद मगर रिश्ते बरकरार रहें।
***
मुलाकाते जरुरी हैं
अगर रिश्ते निभाने हैं
वरना लगा कर भूल जाने से
तो पौधा भी सुख जाते हैं।

एक मिनट लगता हैं
रिश्तों का मज़ाक उड़ाने में
और सारी उम्र बीत जाती हैं
एक रिश्ते को बनाने में।
***
खुद के इस हुनर को जरूर आजमाना,
जब जंग हो अपनो से तो हार जाना।
***
रिश्ते सहना भी जिम्मेदारी है, चाहे जितनी भी जंग जारी है…
कितनी नाजुक घड़ी की सुइयां हैं और ये वक्त कितना भारी है।
***
सुई की नोक पर टिके हैं आजकल सारे रिश्ते।
जरा सी चूक हुई नहीं की चुभ कर लहूलुहान कर देती हैं।
***
झुकने से रिश्ता गहरा हो तो झुक जाओ।
पर हर बार आपको ही झुकना पड़े तो रुक जाओ।

किसी भी रिश्ते की सिलाई
अगर भावनाओ से हुई हैं तो टुटना मुश्किल है
और अगर स्वार्थ से हुई हैं तो टिकना मुश्किल है।
***
रिश्तों कि ही दुनिया में अक्सर ऐसा होता हैं
दिल से इन्हें निभाने वाला ही रोता हैं
झुकना पड़े तो झुक जाना अपनो के लिए
क्योंकि हर रिश्ता एक नाजुक समझौता होता हैं।
***
छुपे-छुपे से रेहते हैं सरेआम नही होते,
कुछ रिशते सिर्फ अहसास हैं, उनके नाम नही होते।
***
बदलता हुआ वक्त हैं जालिम जमाना हैं
यहा मतलबी रिश्ते हैं फिर भी निभाना हैं।
***
एक मैं हूँ जो समझ नहीं सका खुद को आज तक
और एक ये दुनिया वाले हैं जो ना
जाने क्या क्या समझ लेते हैं।
***
साथ छोड़ने वालो को एक बहाना चाहिए
वरना निभाने वाले तो मौत के दरवाजे तक नहीं छोड़ते।
***
रिश्ते-नाते कभी भी ज़िन्दगी के साथ साथ नहीं चलते
रिश्ते; एक बार बनते हैं और फिर ज़िन्दगी रिश्तों के साथ साथ चलती हैं।
***
रिश्ते कभी भी कुदरती मौत नहीं मरती
इनका हमेशा इंसान ही कत्ल करता है
नफ़रत से, नज़र अंदाज से तो कभी गलतफहमी से।
***
अगर इंसान शिशा से पहले संस्कार,
व्यापार से पहले व्यवहार,
भगवान से पहले माता पिता को पहचान ले,
तो जिंदगी में कभी कोई कठिनाई नहीं आएगी।
***
उंगलियां ही निभा रही है रिश्ते आजकल,
जुबां से निभाने का वक़्त कहाँ है
सब टच में बिजी हैं, पर टच में कोई नही है..!
***
रिश्ते निभाना हर किसी के बस कि बात नहीं,
अपना दिल भी दुखाना पड़ता है किसी और की ख़ुशी के लिए।
***
कोई रिश्ता जब खामोसी से टूटता है तो
साथ में कोई न कोई एक शक़्स भी टूट जाता है।

जरूरी नहीं कि सारे सबक किताबों से ही सिखे
कुछ सबक ज़िन्दगी और रिश्ते भी सिखा देते हैं।
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मशरूफ रहने का अंदाज़ तुम्हें तनहा ना कर दे ग़ालिब,
रिश्ते फुर्सत के नहीं, तवज्जो के मोहताज़ होते हैं।
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नए रिश्ते जो न बन पाएं तो मलाल मत करना
पुराने टूटने न पाएं बस इतना ख्याल रखना।
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मुसीबत में काम आएं जो, वो रिश्ते सच्चे होते हैं,
जो देखें तोल कर रिश्ते, अक्ल के कच्चे होते हैं।
जो पैसे पास हों अपने, तो रिश्ते खास हो जाएं,
प्रेम की बात मत पूछो, ये धागे कच्चे होते हैं..।।
***
खूबसूरत-सा एक पल रिश्ता बन जाता है,
जाने कौन कब जिंदगी का हिस्सा बन जाता है।
***
रिश्तों की मासूमियत को समझना अनोखी कला है,
इस मासूमियत को न समझ पाने वाले के लिए रिश्ता एक बला है
जिसने इस मासूमियत को समझ-बूझ लिया,
वह हर पल प्रेम के पलने में पला है..।।।
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कभी तो मेरा हिस्सा लेकर भी दीवार नहीं बच पाती है,
बड़े अनमोल खून के रिश्तों को बेकार कर जाती है,
कभी तो दूर के सरल-विरल रिश्ते भी अनमोल हो जाते हैं,
उनके बीच की दरकी दीवार भी बेहद मज़बूत हो जाती है।
***
मशहूर होना पर मगरुर मत होना
कामयाबी के नशे में चुर मत होना
मिल जाए सारी कायनात आपको
मगर इसके लिए कभी अपनो से दुर मत होना।
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रिश्ता होने से रिश्ता नहीं बनता,
रिश्ता निभाने से रिश्ता बनता है।
***
रिश्ता वो नहीं होता जो दुनिया को दिखाया जाता है।
रिश्ता वह होता है, जिसे दिल से निभाया जाता है।
अपना कहने से कोई अपना नहीं होता,
अपना वो होता है, जिसे दिल से अपनाया जाता है।
***
ग़मों की आंच पर आंसू उबालकर देखो,
बनेंगे रंग जो किसी पर भी डालकर देखो।
तुम्हारे दिल की चुभन भी ज़रूर कम होगी,
किसी के पांव से कांटा निकालकर देखो।।
***
सभी रिश्ते गुलाबों की तरह ख़ुशबू नहीं देते…
कुछ ऐसे भी तो होते हैं जो काँटे छोड़ जाते है…!!
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अब नहीं कोई बात ख़तरे की
अब सभी को सभी से ख़तरा है
***
मैं खेत मे फसल उगाऊँगी
मज़बूत रिश्तों की
अपनेपन की
स्नेह की
समर्पण की
और
मोह की
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चलो कहीं पे तअल्लुक़ की कोई शक्ल तो हो
किसी के दिल में किसी की कमी ग़नीमत है
– आफ़ताब हुसैन
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सरहदें रोक न पाएँगी कभी रिश्तों को
ख़ुश्बूओं पर न कभी कोई भी पहरा निकला
– अज्ञात
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दिल के रिश्ते अजीब रिश्ते हैं
साँस लेने से टूट जाते हैं
– मुस्तफ़ा ज़ैदी
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रखे रखे हो गए पुराने तमाम रिश्ते
कहाँ किसी अजनबी से रिश्ता नया बनाएँ
– साबिर
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एक रिश्ता भी मोहब्बत का अगर टूट गया
देखते देखते शीराज़ा बिखर जाता है
– नुशूर वाहिदी
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क्या क़यामत है कि तेरी ही तरह से मुझ से
ज़िंदगी ने भी बहुत दूर का रिश्ता रक्खा
– आलोक मिश्रा
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‘तलब’ बड़ी ही अज़िय्यत का काम होता है
बिखरते टूटते रिश्तों का बोझ ढोना भी
– ख़ुर्शीद तलब
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रिश्ता बहाल काश फिर उस की गली से हो
जी चाहता है इश्क़ दोबारा उसी से हो
– इरशाद ख़ान ‘सिकंदर’
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तेरा होना भी नहीं और तेरा कहलाना भी
– वसीम बरेलवीदामन किसी का हाथ से जाता रहा मगर
इक रिश्ता-ए-ख़याल है जो टूटता नहीं
– अज्ञात
नया इक रिश्ता पैदा क्यूँ करें हम
बिछड़ना है तो झगड़ा क्यूँ करें हम
– जौन एलिया
***
रिश्तों की दलदल से कैसे निकलेंगे
हर साज़िश के पीछे अपने निकलेंगे
– शकील जमाली
***
ये रिश्ता क्या कम रिश्ता है
– शारिक़ कैफ़ीदिल से दुनिया का जो रिश्ता है अजब रिश्ता है
हम जो टूटे हैं तो कब शहर सलामत होगा
– असद बदायुनी
ये भी अजब सी बात है यारों
– मुशताक़ सदफ़सच के धागे से जो बने रिश्ता
उम्र भर उस्तुवार रहता है
– इब्न-ए-मुफ़्ती
गहरा रिश्ता है मेरा मिट्टी से
– ख़लील रामपुरी
हमने अपने प्रेम की डोरी में,
अपनों को बांधना चाहा,
पर हमें कहा पता था,
कोई भी डोरी ज्यादा समय तक मजबूत नहीं रहती,,
आखिर वो टूट ही जाती है…!
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दोस्तों आज के पोस्ट में हम आपके लिए लाए थे Rishta Shayari in Hindi. उम्मीद है की आपको ये पसंद आया होगा. और गर आपको कोई त्रुटी नजर आयी हो या इससे संबंधित कोई सुझाव हो तो वो भी आमंत्रित हैं। आप अपने सुझाव को इस लिंक Facebook Page के जरिये भी हमसे साझा कर सकते है. और हाँ हमारा free email subscription जरुर ले ताकि मैं अपने future posts सीधे आपके inbox में भेज सकूं.