Heart Touching Father Shayari in Hindi

पिता जीवन है, सम्बल है, शक्ति है,
पिता सृष्टि में निर्माण की अभिव्यक्ति है,
***
पिता अँगुली पकडे बच्चे का सहारा है,
पिता कभी कुछ खट्टा कभी खारा है,
***
पिता पालन है, पोषण है, परिवार का अनुशासन है,
पिता धौंस से चलने वाला प्रेम का प्रशासन है,
***
पिता रोटी है, कपडा है, मकान है,
पिता छोटे से परिंदे का बडा आसमान है,
***
पिता अप्रदर्शित-अनंत प्यार है,
पिता है तो बच्चों को इंतज़ार है,
***
पिता से ही बच्चों के ढेर सारे सपने हैं,
पिता है तो बाज़ार के सब खिलौने अपने हैं,
***
पिता से परिवार में प्रतिपल राग है,
पिता से ही माँ की बिंदी और सुहाग है,
***
पिता परमात्मा की जगत के प्रति आसक्ति है,
पिता गृहस्थ आश्रम में उच्च स्थिति की भक्ति है,
***
पिता अपनी इच्छाओं का हनन और परिवार की पूर्ति है,
पिता रक्त निकले हुए संस्कारों की मूर्ति है,
***
पिता एक जीवन को जीवन का दान है,
पिता दुनिया दिखाने का अहसान है,
***
पिता सुरक्षा है, अगर सिर पर हाथ है,
पिता नहीं तो बचपन अनाथ है,
***
बचपन में खुश करने वाला खिलौना है नींद लगे तो पेट पर सुलाने वाला बिछौना है।
पिता जिम्मेवारियों से लदी गाड़ी का सारथी है। सबको बराबर का हक़ दिलाता यही एक महारथी है।

चट्टानों सी हिम्मत और जज्बातों का तुफान लिए चलता है,
पूरा करने की जिद से ‘पिता’ दिल में बच्चों के अरमान लिए चलता है।
***
बताता नही वो किसी को
जताता नही वो किसी को।
अपने आँसू पीकर हरदम
हंसाता रहता सभी को,
***
दफन कर इच्छाए अपनी
ख्वाइशें परिवार की पूरी करता।
वो मर्द होने का बोझ
सारी उम्र ढोता रहता।
***
न मजबूरियाँ रोक सकीं न मुसीबतें ही रोक सकीं,
आ गया ‘पिता’ जो बच्चों ने याद किया,
उसे तो मीलों की दूरी भी न रोक सकी।
***
न रात दिखाई देती है न दिन दिखाई देते हैं,
‘पिता’ को तो बस परिवार के हालात दिखाई देते हैं।
***
परिवार के चेहरे पे ये जो मुस्कान हंसती है,
‘पिता’ ही है जिसमें सबकी जान बस्ती है।
***
हर दुःख हर दर्द को वो हंस कर झेल जाता है,
बच्चों पर मुसीबत आती है तो पिता मौत से भी खेल जाता है।
***
कमर झुक जाती है बुढापे में उसकी सारी जवानी जिम्मेवारियों का बोझ ढोकर
खुशियों की ईमारत खड़ी कर देता है ‘पिता’ अपने लिए बुने हुए सपनों को खो कर।
***
तोतली जुबान से निकला पहला शब्द उसे सारे जहाँ की खुशियाँ दे जाता है
बच्चों में ही उसे नजर आती है जिंदगी अपनी उनके लिए तो पिता अपनी जिंदगी दे जाता है।
सपनों को पूरा करने में लगने वाली जान है
इसी से तो माँ और बच्चों की पहचान है।
***
पिता ज़मीर है पिता जागीर है
जिसके पास ये है वह सबसे अमीर है।
***
पिता से बड़ा तुम अपना नाम करो,
पिता का अपमान नहीं उन पर अभिमान करो,
***
क्योंकि माँ-बाप की कमी को कोई बाँट नहीं सकता,
और ईश्वर भी इनके आशिषों को काट नहीं सकता,
***
विश्व में किसी भी देवता का स्थान दूजा है,
माँ-बाप की सेवा ही सबसे बडी पूजा है,
***
विश्व में किसी भी तीर्थ की यात्रा व्यर्थ हैं,
यदि बेटे के होते माँ-बाप असमर्थ हैं,
***
पिता है तो बच्चे का बचपन है
महकता घर आँगन है
माँ का सिंगार है पिता
बेटी के सपनों का आस है
***
पिता के छाँव में खिलते हैं बचपन
बच्चों की हर ख़्वाहिश होती पूरी
कभी भी जो अपना दर्द न दिखाये
लहरों से भी जो टकरा जाएँ
वो होते हैं पिता …………….

वो खुशनसीब हैं माँ-बाप जिनके साथ होते हैं,
क्योंकि माँ-बाप के आशिषों के हाथ हज़ारों हाथ होते हैं।
***
स्वीकारो यह नमन हमारा जीवन के दाता
परम पूज्य है आप हमारे आप ही भाग्य विधाता।
***
प्रेम सिंधु जो छिपा आप में हमें देख हरसाता
आँसू बन नयनों से हम पर सदा प्रेम बरसाता।
***
आशीर्वचन आपका नित ही पथ प्रशस्त है करता
जीवन के इस नंदनवन में ढेरों खुशियाँ भरता।
***
तारा आपकी आँखों का बनना क्यों मुझको भाता
यही एक संबंध हमारा दृढ़ करता जो नाता।
***
मेरे सपनों को उड़ान देने की रखते अभिलाषा,
यही है मेरे पापा की परिभाषा।
***
किताबो से नहीं मैंने रास्तो की ठोकरों से सिखा है,
मुश्किलो में भी हंसना मैंने अपने पापा से सिखा है।
बेमतलब की इस दुनिया में,
वो ही हमारी शान है,
किसी शख्स के वजूद की,
पिता ही पहली पहचान है।
***
कंधो पर झुलाया कंधो पर घुमाया,
एक पापा की बदौलत ही मेरा जीवन खुबसूरत बन पाया।
***
पिता के बिना ज़िन्दगी वीरान होती हैं,
तन्हा सफ़र में हर राह सुनसान होती हैं,
ज़िन्दगी में पिता का होना जरूरी हैं,
पिता के साथ से हर राह आसान होती हैं।
***
उनका साथ सूरज जैसा लगता है
थोड़ा सा गरम तो है
पर पापा न हो तो अँधेरा सा लगता है..
***
अक्सर वह मुझे गिरने से पहले थाम लेते है
मेरे गिर जाने पर मेरे कपड़ो को झाड़ कर मुझे खुद खड़ा होने के लिए कहते है…
***
लोग तो कह कर मुखर जाते है लेकिन मेरे पापा तो
बिना बोले ही बहुत कुछ कर जाते है..Love you papa
***
two words for all father’s
मुझे मोहब्बत है अपने हाथों की सब लकीरों से,
ना जाने पापा ने कौनसी ऊँगली को पकड़कर चलना सिखाया था।

दुनिया की भीड़ में सबसे करीब जो है,
मेरे पापा मेरे खुदा मेरी तकदीर वो है।
Happy Father’s Day Papa
***
वो जमीन मेरी वो ही आसमान है,
वो खुदा मेरा वो ही भगवान है,
अँधेरी जिन्दगी की राह दिखाने वाली मसाल है
जीवन की परेशानियों से बचाने वाली ढाल है
मेरे पापा मेरे लिए मिसाल है.

बिना उसके ना एक पल भी गंवारा है
पिता ही साथी है, पिता ही सहारा है।
I LoVe PaPa
***
सिमटती दिखे उन्हें मेरी ख्वाहिशे अगर,
दाल देते है पापा परदे अपनी निजी ज़रूरतों पर।
***
जो भी मिले हैं हर गम को छुपाते देखा है
पिता की फटी कॉलर को भी मुस्कुराते देखा है।
***
रब से है बस एक ही दुआ,
मेरे पापा रहे सदा खुश,
दूर रहे उनसे हर बदुआ।
***
बहुत शांत देखा है मैंने उनको,
जो अपनी खुशियों को भूलाकर,
हर खुशी मेरे ऊपर लुटाते है,
वो मेरे हर सपने को हकीकत करना चाहते है।
***
जब जब मुझको सताती है कोई चिंता,
तब तब सिर पर हाथ रखतें हैं पिता,
जब माँ बन जाती है सारा संसार,
तब पिता बन जाते हैं वह निरंकार,
भले ही दिखता नहीं उनका प्यार,
लेकिन खड़े रहतें हैं अपनी संतान के लिए वह सदाबहार।
***
पिता है, कोमल भावनाओं का समंदर ,
जिम्मेदारी को लेकर बढ़ता निरंतर ,
उंगली पकड़कर चलना सीखाता
लुटाता प्यार जीकर या मरकर ।

पिता से बनता है हर रिश्ता
जो बहुत कम लोग ही समझ पाते हैं.
जिन को समझ में आते हैं पापा
वो लोग फादर्स डे मनाते हैं……………………..
मेरे पिता पर निबंध Click Here
फादर्स डे विशेस एसएमएस शायरी Click Here
पिता पर सर्वश्रेष्ठ सुविचार Click Here
पापा स्पेशल शायरी और स्टेटस Click Here
पिता पर 10 लाइन निबंध Click Here
पापा पर नायाब शेरो-ओ-शायरी Click Here
पिता को जन्मदिन की शुभकामनाएं Click Here
पिता के महत्व पर दिल छू लेने वाली कविता Click Here
फादर्स डे पर दो लाइन शायरी एवं स्टेटस Click Here
उम्मीद है आपको पिता के महत्व पर शायरी एवं स्टेटस अच्छी लगी होगी। इस प्रेरणादायी लेख के साथ और भी दिल छू लेने पिता पर शायरी पढ़ने के लिए हमारा यह Facebook Page पेज अवश्य लाइक करे! और हाँ यदि future posts सीधे अपने inbox में पाना चाहते है तो इसके लिए आप हमारी email subscription भी ले सकते है जो बिलकुल मुफ्त है । अगर आप टेक केयर की तरफ से रोजाना प्रेरणादायक विचार अपने व्हाट्सप्प पर प्राप्त करना चाहते है तो ख्याल रखे के साथ बने रहिये।
जय मां हाटेशवरी…….
आपने लिखा….
हमने पढ़ा……
हम चाहते हैं कि इसे सभी पढ़ें…..
इस लिये आप की ये खूबसूरत रचना…….
दिनांक 15/06/2021 को…..
पांच लिंकों का आनंद पर…..
लिंक की जा रही है……
आप भी इस चर्चा में……
सादर आमंतरित है…..
धन्यवाद।
बहुत बहुत शुक्रिया कुलदीप जी.