महात्मा गाँधी के अनमोल वचन

महात्मा गांधी के प्रसिद्ध विचार – Mahatma Gandhi Thought In Hindi
“सत्य मेरा ईश्वर है और अहिंसा उसे पाने का साधन.”
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“मैं किसी भी व्यक्ति को गंदे पाँव के साथ अपने मन से नहीं गुजरने दूंगा.”
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“मेरी अनुमति लिए बिना कोई भी मुझे नुकसान नहीं पहुंचा सकता.”
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“अन्याय के अधीन होना कायरता है और उसका विरोध करना पुरुषार्थ है.”
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“आप कभी भी बंद मुट्ठी से हाथ नहीं मिला सकते, हाथ मिलाने के लिए आपको मुट्ठी खोलनी ही पड़ेगी.”
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“मानवता की महानता मानव होने में नहीं है, बल्कि मानवीय होने में है.”
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“विश्व के सभी धर्म, भले ही और चीजों में अंतर रखते हों, लेकिन सभी इस बात पर एकमत हैं कि दुनिया में कुछ नहीं बस सत्य जीवित रहता है.”
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“गरीबी दैवीय अभिशाप नहीं बल्कि मानवरचित षड्यंत्र है.”
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“जब गलती करने की स्वतंत्रता न हो, तब उस स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं.”
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“हर रात, मैं जब सोने जाता हूँ, तब मैं मर जाता हूँ, और अगली सुबह, जब मैं उठता हूँ, तब मेरा पुनर्जन्म होता हैं.”
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“अपनी गलती को स्वीकारना झाड़ू लगाने के समान हैं, जो सतह को चमकदार और साफ कर देती है.”
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“जब आपका सामना किसी विरोधी से हो, तो उसे प्रेम से जीतें, अहिंसा से जीते.”
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“व्यक्ति की पहचान उसके कपड़ों से नहीं, बल्कि उसके चरित्र से होती है.”
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“आपके विचार ही आपके जीवन का निर्माण करते हैं.”
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“आँख के बदले में आँख पूरे दुनीया को अँधा बना देगी.”
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“कानों का दुरुपयोग मन को दूषित और अशांत करता है.”
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“पहेले वो आप पर ध्यान नहीं देंगे, फिर वो आप पर हसेंगे, फिर वो आपसे लड़ेंगे, और तब आप जीत जायेंगे.”
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“शांति का कोइ रास्ता नहीं है, केवल शान्ति है.”
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“ख़ुशी वही है जब आपकी सोच, आपके शब्द और आपके कर्मो में तालमेल हो.”
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“दिल की कोई भाषा नहीं होती, दिल – दिल से बात करता है.”
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“केवल प्रसन्नता ही एकमात्र इत्र है, जिसे आप दुसरे पर छिड़के तो उसकी कुछ बुँदे अवश्य ही आप पर भी पड़ती है.”
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“खुद वो बदलाव बनिए जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं.”
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“आपको मानवता में विश्वास नहीं खोना चाहिए.”
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“खुद को खोजने का सबसे अच्छा तरीका है, खुद को दूसरों की सेवा में खो दो.”
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“बिना काम के धन, विवेक के बिना खुशी, चरित्र के बिना ज्ञान, नैतिकता के बिना धन, मानवता के बिना विज्ञान, बलिदान के बिना पूजा और सिद्धांत के बिना राजनीति.” अपने चरित्र को मजबूत बनाने के साथ ही इन अवगुणों से बचना चाहिए.”
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“निरंतर विकास जीवन का नियम है, और जो व्यक्ति खुद को सही दिखाने के लिए हमेशा अपनी रूढ़िवादिता को बरकरार रखने की कोशिश करता है वो खुद को गलत स्थिति में पंहुचा देता है.”
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“ पूंजी अपने-आप में बुरी नहीं है, उसके गलत उपयोग में ही बुराई है. किसी ना किसी रूप में पूंजी की आवश्यकता हमेशा रहेगी.”
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“क्रोध और असहिष्णुता सही समझ के दुश्मन हैं.”
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“जो भी चाहे अपनी अंतरात्मा की आवाज सुन सकता है. वह सबके भीतर है.”
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“यद्यपि आप अल्पमत में हों, पर सच तो सच है.”
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“पूर्ण धारणा के साथ बोला गया नहीं सिर्फ दूसरों को खुश करने या समस्या से छुटकारा पाने के लिए बोले गए हाँ से बेहतर है.”
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“कोई त्रुटी तर्क-वितर्क करने से सत्य नहीं बन सकती और ना ही कोई सत्य इसलिए त्रुटी नहीं बन सकता है क्योंकि कोई उसे देख नहीं रहा.”
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“विश्व के सभी धर्म, भले ही और चीजों में अंतर रखते हों, लेकिन सभी इस बात पर एकमत हैं कि दुनिया में कुछ नहीं बस सत्य जीवित रहता है.”
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“मौन सबसे सशक्त भाषण है. धीरे-धीरे दुनिया आपको सुनेगी.”
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“ख़ुशी तब मिलेगी जब आप जो सोचते हैं, जो कहते हैं और जो करते हैं, सामंजस्य में हों.”
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“विश्वास को हमेशा तर्क से तौलना चाहिए. जब विश्वास अँधा हो जाता है तो मर जाता है.”
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“सत्य बिना जन समर्थन के भी खड़ा रहता है . वह आत्मनिर्भर है.”
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“थोडा सा अभ्यास बहुत सारे उपदेशों से बेहतर है.”
“किसी की मेहरबानी माँगना, अपनी आजादी बेचना है.”
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“भारत का विभाजन मेरी लाश पर होगा, जब तक मैं जीवित रहूंगा, तब तक भारत का विभाजन नहीं होने दूंगा.”
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“मैं देश के बालू से कांग्रेस से भी बड़ा आंदोलन खड़ा कर दूंगा.”
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“ताकत शारीरिक इच्छा शक्ति से नहीं आती है. यह अदम्य इच्छाशक्ति से आती है.”
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“भारतीय संस्कृति पूरी तरह न हिन्दू है, न इस्लामी और न ही कुछ अन्य. वह सबका संयोजन है.”
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“नारी पुरुष की गुलाम नहीं, सहधर्मिणी, मित्र, अर्धांगिनी (पत्नी) है.”
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“प्रकृति हमारी आवश्यकताओं को तो पूरा कर सकती है किन्तु हमारे लालच को नहीं.”
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“आप मुझे बेडियों से जकड़ सकते हैं, यातना भी दे सकते हैं, यहाँ तक की आप इस शरीर को ख़त्म भी कर सकते हैं, लेकिन आप कदापि मेरे विचारों को कैद नहीं कर सकते.”
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“हमेशा अपने विचारों, शब्दों और कर्म के पूर्ण सामंजस्य का लक्ष्य रखें. हमेशा अपने विचारों को शुद्ध करने का लक्ष्य रखें और सब कुछ ठीक हो जायेगा.”
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“अपने प्रयोजन में दृढ विश्वास रखने वाला एक सूक्ष्म शरीर इतिहास के रुख को बदल सकता है.”
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“जो किसी एक के लिए सच है वो कल पूरे देश के लिए सच होगा यदि वे हिम्मत हारने और उम्मीद खोने से इनकार कर दें.”
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“हिंसक तरीकों से हिंसक स्वतंत्रता मिलेगी. यह दुनिया के लिए और खुद भारत के लिए एक गंभीर खतरा होगा.”
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“किसी भी कीमत पर स्वतंत्रता का मोल नहीं किया जा सकता. वह जीवन है. भला जीने के लिए कोई क्या मोल नहीं चुकाएगा ?”
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“मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है. सत्य मेरा भगवान है. अहिंसा उसे पाने का साधन.”
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“सत्य कभी कभी ऐसे कारण को क्षति नहीं पहुंचता जो उचित हो.”
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“यह धरती हरेक की जरूरत को पूरा कर सकती है, लेकिन किसी एक की भी लालच को नहीं .”

स्वच्छता भी अनिवार्य है. एक स्वच्छ शरीर अस्वच्छ शहर में वास नहीं कर सकता.”
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“किसी परिवार के सदस्य खुद के घर को तो साफ़ रखते हैं, लेकिन पड़ोसी के घर के बारे में उनकी कोई रूचि नहीं होती.”
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“हर आदमी को अपनी साफ – सफाई खुद करनी चाहिए.”
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“जब तक आप अपने हाथों में झाड़ू और बाल्टी नहीं लेंगे तब तक आप अपने कस्बो और शहरो को साफ़ नहीं कर सकते है.”
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“पृथ्वी सभी मनुष्यों की ज़रुरत पूरी करने के लिए पर्याप्त संसाधन प्रदान करती है , लेकिन लालच पूरा करने के लिए नहीं.”
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