पढ़ाई (स्टडी) करने का हिंदी में टाइम टेबल (Easiest way to make Study Time Table for studentes in hindi)
Study Time Table in Hindi – पढ़ने के लिए एक अच्छा टाइम टेबल हर student को बनाने चाहिए। क्योंकि यह एक आसान और सबसे सस्ता उपकरण है, जो आपके पढ़ाई के समय पर नियंत्रण पाने में आपकी सहायता करता है। और आपके मूल्यवान समय को भी बचाता है।
चुकि छात्रों के पास तैयारी के लिए मुश्किल से कुछ ही महीने ही शेष है। दरअसल दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं के साथ-साथ सभी students की मुख्य परीक्षायें फ़रवरी – मार्च में शुरू होने वाली है। अत: आपके पास पढ़ने के लिए एक बढ़िया टाईम टेबल (time table) का होना बेहद जरुरी है। और जिसमें सवेरे उठने से लेकर पढाई करने और रात को सोने तक का समय सुनिश्चित हो तो इन दो महीनों का उचित उपयोग करके अच्छी तरह से परीक्षा की तैयारी की जा सकती है। और परीक्षा में अच्छे अंक भी प्राप्त किये जा सकते है।
अब यदि आप भी इन दो महीनों में पढ़ने के लिए अपनी एक बढ़िया समय सारणी (time table) बना ले और दृढंता के साथ उसका पालन करें तो अवश्य ही सफलता मिलेगी। परन्तु आवश्यक है कि इस बात की जानकारी होना कि पढ़ने के लिए एक आसान और अच्छा टाइम टेबल कैसे बनाएं ताकि आप सभी विषयों पर सही समय से फोकस कर सके। स्टडी के लिए सभी विषयों पर फोकस करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। तो आइये आज हम पढ़ने के लिए टाइम टेबल बनाने के बारे में जाने……..
सुबह उठने का समय
टाइम टेबल में सबसे पहले तो सुबह उठने का समय निश्चित करें। वैसे तो सुबह जल्दी उठने के लिए 5 से 7 का समय उपयुक्त माना जाता है। परन्तु मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि पढाई की दृष्टि से उषाकाल 5 बजे का समय छात्रों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त होता है क्योंकि उस समय वातावरण में शांति रहती है और चित्त भी शांत रहता है। दिन भर की उलझनों से दूर व्यक्ति का मस्तिष्क भी उस समय तरोताजा होता है। तरोताजा और उर्जा से भरपूर ऐसे मन – मस्तिष्क से याद करना न केवल आसान होता है बल्कि पढ़ा हुआ दीर्घकाल तक याद भी रहता है।

सुबह 5 बजे से 7 बजे :
चूंकि सुबह याद करना आसान रहता है। अत: यदि आप सुबह 5 से 7 बजे का समय केवल याद करने के लिए ही रखे तो ज्यादा उपयुक्त है। इस समय विषय के उन पक्षों को याद किया जा सकता है, जो परीक्षा की दृष्टी से सर्वाधिक महत्वपूर्ण और उपयोगी है।
7 बजे से 8 बजे :
इस समय को स्नान करने, व्यायाम, नाश्ता आदि करने के लिए रख सकते है क्योंकि इससे आप लगातार पढाई से उत्पन्न होने वाली थकान और बोरियत से तो बच सकते है साथ ही तरोताजा होकर आगे की पढाई के लिए पुनः ऊर्जा भी प्राप्त कर सकते है।
8 बजे से 10 बजे :
यदि आप स्कूल, कोचिंग आदि नहीं जाते तो 8 से 10 के समय को चाहें तो विषयों के अनुरूप बाँट कर भी पढाई कर सकते है। जैसे पहले एक घंटे ( 8 – 9 ) को एक विषय के लिए और 9 से 10 को दूसरे विषय के लिए रख सकते है। विषय बदल कर पढ़ने से पढाई में रूचि बनी रहती है। चूँकि आपने सुबह याद करने का कार्य किया है तो इस समय गणित, साइंस के न्यूमेरिकल्स, एकाउंट्स जैसे विषयों की पढाई करे तो ज्यादा उपयुक्त है। आप चाहे तो इन दो घंटों में से पहले एक घंटे पढाई कर सकते है और दूसरे को पिछले दिन की गई पढाई के पुनरवलोकन के लिए रख सकते है।
10 बजे से 12 बजे :
चूँकि अब आप चार घंटे की पढाई कर चुके है और थकान महसूस कर रहे तो इस समय थोड़ा आराम कर सकते है। 7 बजे नाश्ता करने के पश्चात् अब भूख लगना भी स्वाभाविक है। अत: खाना खा सकते है अन्यथा दोस्तों और अध्यापकों से विचार – विमर्श करने, पत्र – पत्रिकाएं पढ़ने में भी इस समय का उपयोग किया जा सकता है।
12 बजे से 2 बजे :
इस समय आप उन विषयों की पढ़ाई कर सकते हैं जो रह गये हैं। जिन्हें आपने सुबह और शाम की समय सारणी में शामिल नहीं किया है। ऐसे विषयों को आप इस समय पढ़ सकते है। ऐसा करने से सभी विषयों की तैयारी साथ – साथ हो जायेगी और संतुलन भी बना रहेगा।
2 बजे से 3 बजे :
इस समय को आप आराम करने, विषयों से संबन्धित पत्र – पत्रिकाएं पढ़ने, टीवी देखने, गाने सुनने या अन्य मनोरंजक गतिविधियों के लिए रख सकते हैं।
3 बजे से 5 बजे :
दिनभर की पढ़ाई के पश्चात मस्तिष्क थक जाता है और पढ़ाई से ऊब भी होने लगती है। यदि इस समय आप ऐसे विषयों की पढ़ाई करें जो आपको सर्वाधिक प्रिय हैं, जिनमें आपकी रूचि अधिक है या जिनकी तैयारी पहले से ही अच्छी है तो आपकी पढ़ाई में रूचि बनी रहेगी साथ ही आप कमजोर विषयों के अतिरिक्त उन विषयों पर भी ध्यान दे सकेंगे जिनकी तैयारी अच्छी होने के कारण उन पर पुनः ध्यान देना आप जरुरी नहीं समझते। केवल कमजोर विषय पर ही ध्यान देने से आपके मजबूत विषय कमजोर पड़ सकते है।
5 बजे से 6.30 बजे :
यह समय घूमने – फिरने, शाम की सैर, हल्के व्यायाम जैसे गहरी श्वास लेना, ध्यान लगाना आदि के लिए रखें, जो छात्रों के लिए विशेषकर परीक्षा के दिनों में बेहद आवश्यक है। इससे आप स्वयं को तनावमुक्त और पुनः तरोताजा व ऊर्जा से भरपूर महसूस करेंगे।
7 बजे से 9 बजे :
इस समय को आप चाहे तो पुनः दो भागों में बाट सकते हैं। 7 से 8 पुनरावलोकन के लिए और 8 से 9 को दिनभर की की गई पढ़ाई की समीक्षा के लिए रखा जा सकता है।
पुनरावलोकन के अंतर्गत सुबह 5 बजे से 7 बजे तक जो भी याद किया है, उसकों रखें। देखें वह वास्तव में हमें याद है या नहीं। उसकों लिखें, पुनः पढ़े और आवश्यक सुधार करें। दिनभर की गई पढाई की समीक्षा करें। दिनभर हमने क्या पढ़ा, जो पढ़ा क्या वह परीक्षा की दृष्टि से उपयोगी हैं, कुछ कमी तो नहीं रह गई। यदि रह गई है तो उसे कैसे दूर करना है। अगले दिन क्या पढना है इत्यादि बातें समीक्षा के अंतर्गत शामिल की जा सकती है।
सोने का समय :
9 बजे तक पढ़ने के पश्चात् हो सके तो 10 बजे सो जाएं क्योंकि सुबह 5 बजे उठने के लिए कम से कम 7 घंटे की नींद लेनी भी जरुरी है। तभी आप मन लगाकर और दृढ़ता के साथ अपनी समय – सारणी का पालन कर सकते है।
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Babita ji aap aise indian dating ke sites ke bare me promotion kar rahe hai isse hamara man bhatakta hai 😀😀😀
Good. But it give extra time to other work in comparision to study.
जो भी सलाह मिला; उन सभी में सबसे अच्छा है…..
धन्यवाद..
Fantesatic sir
Thanks
Good morning mam bahut achchhi time table share kiye mam hame bahut achchha lga. thanks
Aapne bahut hi achhi post share ki hai, jisme hours ke hisab se bataya gaya hai, thanks.
Bahot acha article mam ye time tabel kafhi madad karega study karne me.
बहुत अच्छा लेख बबिता जी , विद्यार्थियों के अवश्य काम आएगा
Babita ji, Aapke dwvra btaye gye sujav ko dyan me rakhkar students study karenge tho nishchit hi unke acche number ayenge.